नई दिल्ली। बढ़ते साइबर हमलों को देखते हुयेे जरूरी हो गया है कि एप डाउनलोडिंग करते समय हमे सावधानियां रखनी चहिये नहीं तो आपको पता भी नहीं चलेगा आपका फोन हैक कर लेगा और आप बड़ी फाइनेंशियल मुसीबत में पड़ जाएंगे। ग्लोबल डाटा की ओर से जारी 'रीटेल बैंकिंग इन साइट सर्वे' के मुताबिक, भारत में मोबाइल बैंकिंग यूज करने का रेश्यो सबसे ज्यादा है।
मोबाइल इंटरनेट से खतरा बढ़ेगा - आज देश में 60 फीसदी लोग मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल कर रहे हैं। 2016 से 2018 तक का डाटा देखें तो इसमें लगातार ग्रोथ देखी जा रही है। दुग्गल के मुताबिक, साइबर हमलावरों से इससे बचने का बेसिक तरीका है कि आप ऐप डाउनलोडिंग में सावधानी बरतें। कभी भी थर्ड पार्टी स्टोर या SMS के जरिए भेजे गए लिंक से एप डाउनलोड नहीं करें।
सावधानियाँ - आप एंड्रॉयड फोन यूज करते हैं तो गूगल प्लेस्टोर से और आईफोन यूज करते हैं। एप डाउनलोड करने पहले उसका रिव्यू जरूर पढ़ें। मिंग ऐप डाउनलोड भी करें तो उसे अपने स्मार्टफोन के भीतर बेवजह एसेस देने से बचें। कोई भी एप, जिसका यूज नहीं करते उसे तुरंत अनइंस्टॉल करें। साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल के मुताबिक, बढ़ती मोबाइल बैंकिंग हमारे लिए नई तरह की मुसीबत लेकर आ रही है। इसका सीधा सा मतलब है कि साइबर अटैकर अब आपके मोबाइल को ज्यादा निशाना बनाएंगे। एक छोटी सी चूक आपको भारी का नुकासान पहुंचा सकती है।
स्मार्टफोन हैक - अपने फोन को हैक होने से बचाने के लिए उसी ऐप्प का इस्तेमाल करें जो ट्रस्टेड डेवलपर्स के हों। साथ में अपनी बैंक अकाउंट की डिटेल स्मार्टफोन में सेव न करें। इन्हें ई मेल आईडी पर भी रखने से बचना चाहिए। आपको इसका पता भी नहीं चल पाता। यह आपके स्मार्टफोन में इन्स्टॉल बैंकिंग ऐप को तलाशता है। इसके बाद यह मालवेयर आपको आपके बैंकिंग ऐप से मिलता जुलता नोटिफिकेशन भेजता है। नोटिफिकेशन खोलते ही यह मालवेयर आपकी बैकिंग डीटेल हैकर तक भेजने लगता है। कई बार आपका OTP तक हैकर के पास भेजने की क्षमता यह मालवेयर रखता है।
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